क्या आप Demon Slayer Corps के सबसे मजबूत योद्धा Stone Hashira Gyomei Himejima के बारे में जानते हैं? एक अंधा व्यक्ति जिसने अनाथ बच्चों की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी थी, और फिर Demon Slayer Corps में शामिल होकर सबसे शक्तिशाली Hashira बना। Gyomei की कहानी एक प्रेरणा है, जो बताती है कि कैसे कोई भी अपनी कमजोरियों को ताकत में बदल सकता है। इस आर्टिकल में हम Stone Hashira Gyomei की Backstory और उसके Strongest Hasira बनने तक का सफर जानेगें।
Stone Hashira Gyomei Himejima Backstory
Gyomei Himejima जन्म से ही Blind थे। बचपन में ही उनके माता-पिता ने उन्हें अकेला छोड़ दिया था। जिसके बाद Gyomei ने अपनी Teen Age एक मंदिर में बिताई, जहां वे अनाथ बच्चों के साथ रहते थे। Gyomei उनके लिए एक बड़े भाई जैसे थे और उनकी देखभाल करते हुए अपनी जिंदगी खुशी-खुशी जी रहे थे।
लेकिन एक रात सब कुछ बदल गया। जब मंदिर में रहने वाला एक बच्चा मंदिर के नियम तोड़कर आधी रात को बाहर घूमने चला गया था। जहाँ जंगल में उसका सामना एक Demon से हुआ। अपनी जान बचाने के लिए उस बच्चे ने Demon के साथ एक सौदा किया। उसने कहा कि वह उसे मंदिर में रहने वाले बाकी बच्चों का पता बताएगा, बशर्ते Demon उसे छोड़ दे।
उस बच्चे ने न सिर्फ बच्चों की Location Demon को बताई, बल्कि Gyomei द्वारा जलाए गए Wisteria Flowers को भी बुझा दिया, जो Demons को मंदिर में घुसने से रोकते थे। Demon ने मौका पाकर मंदिर में घुसते ही आठ में से चार बच्चों को तुरंत मार डाला।
Gyomei ने बाकी बच्चों को बचाने की कोशिश की और उन्हें इधर-उधर भागने से मना किया। लेकिन डर के मारे बच्चे उनकी बात नहीं माने और भागने की कोशिश में और तीन बच्चे मारे गए। अब Gyomei के पास सिर्फ एक बच्ची बची थी।
Gyomei ने उस बच्ची को बचाने के लिए पूरी रात Demon से लड़ाई की। बिना किसी हथियार के, उन्होंने सिर्फ अपने हाथों से Demon पर हमला किया और तब तक लड़ते रहे जब तक सुबह की पहली किरणों से Demon जलकर खत्म नहीं हो गया।
सुबह जब गांव के लोग मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने Gyomei को बच्चों की मौत का जिम्मेदार ठहराया। Demon के जलने की वजह से कोई सबूत नहीं बचा था, और वह अकेली बच्ची, जो बची थी, डर के कारण कुछ बोल नहीं पाई। जिसके बाद Gyomei को बच्चों का हत्यारा समझकर जेल में डाल दिया गया।
Gyomei Himejima Strongest Hashira कैसे बना?
Gyomei को बच्चों के कत्ल के मामले में जेल भेज दिया जाता हैं। जहाँ Kagaya Ubuyashiki Demon Slayer Corps leader Gyomei को जेल से बाहर निकालते हैं। Gyomei का कहना था, कि अगर उस वक़्त Master kagaya उसे बचाने नही आते, तो उसे वहां मार दिया जाता।
Gyomei ने Training शुरू की और अपनी अविश्वसनीय ताकत के कारण बहुत जल्दी Stone Hashira बन गए। Gyomei Stone Breathing Technique का इस्तेमाल करते थे, और उनके पास See-Through World Technique जैसी शक्तियां थीं, जो उनकी Blindness के बावजूद उन्हें और मजबूत बनाती थीं।
Gyomei Demon Slayer Mark धारक भी बने और उन्होंने अपनी Age Limit पार कर ली, जो उन्हें और भी अद्वितीय बनाता है। वह Yoriichi Tsugikuni के बाद अकेले ऐसे Hashira थे जिन्होंने ऐसा किया।
Major Spoiler Alert
Stone Hashira Gyomei की Fight कौनसे Demon से होती हैं?
Gyomei की सबसे बड़ी फाइट Infinity Castle Arc में हुई। जब Upper Moon 1st Kokushibo के खिलाफ सभी Hashira और Demon Slayers लड़ रहे थे, तो Gyomei ने अकेले ही Kokushibo को कड़ी टक्कर दी। Kokushibo, जो Yoriichi का भाई और सबसे मजबूत Upper Moon था, उसे हराने में Gyomei का बहुत बड़ा हाथ था
Muzan खुद इस बात को मानता है कि अगर Gyomei वहां नही होते, तो Kokushibo को हराना लगभग असंभव था। इसके अलावा, Gyomei की लड़ाई Muzan के खिलाफ भी होती है। Muzan के खिलाफ Last Fight में Gyomei ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी और Demon Slayer Corps के बाकी सदस्यों के साथ मिलकर आखिरकार उसे हराया।
Stone Hashira Gyomei की मृत्यु कैसे होती हैं?
Stone Hashira Gyomei Himejima की मृत्यु Muzan के खत्म होने के बाद होती है। Gyomei ने अपनी Age Limit भी Cross कर दी थी। Gyomei की मृत्यु 27 साल की उम्र में होती है। मृत्यु के बाद, वह मंदिर के बच्चों के साथ फिर से मिलता है, जिन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने उसे दोष नहीं दिया और उसे बचाने की कोशिश की थी। इस खुलासे ने Gyomei को शांति दी और उसे दिखाया कि वह बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार नहीं था।
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